हमारे ब्लॉग » www.ramkanwar.blogspot.in में आपका स्वागत है| | Director :- Ramkanwar Parasriya Digital Vision धन्यवाद "

गधों की राजनीती

नोटबंदी पर भी राजनीती हो गयी,
कैशलेश इंडिया की बात चल गयी।
देखो नोटों की राजनीती भी कैसी ही गई,
पहले लाल नोट एक हजार के थे,
अब दो हजार के नोट गुलाबी हो गये।
कैसा है देश हमारा देश का किसान मर रहा है,
नेता गधो पर राजनीती कर रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक की पाकिस्तान की हवा टाइट की, यह जनता मानती है,
लेकिन कौनसा नेता कैसा है यह भी जनता जानती है।
जिस तरह कृषक कार्तिक में चेताता है,
जनता ऐसे ही इस बार चेतायेगी,
रामकंवार यही कहता है जनता भ्रष्ट नेताओ से देश को बचायेगी।
up की राजनीती पर कुछ नजर डालते है-
up की राजनीती तो देखो बाप बेटा अलग हो गये,
sp - कांग्रेस एक हो गये।
bjp-bsp दोनों कराह उठे,
sp-कांग्रेस भाईचारा बांट रहे है।
खुद sp के नेता ही तो बोल रहे है पैर पर हमने कुलाड़ी हमने मार ली,
जो कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात कर ली।
अचम्भा तो हमे कल हुआ जब चुनावो का परिणाम आ गया,
गधों और साईकिल की रेस में हाथी बेचारा कुचल गया,
साईकिल थोड़ी देर चली और पंचर हो गयी लेकिन गधा बाजी मार गया।


Share:

उनकी याद

कुछ दिन बीत गए याद उनकी हमें आई,
क्या पता उनको हमारी याद आई या ना आई।
वह क्या दिन थे उनकी यादों में गुजर गए,
वो दिन से लेकर शाम तक उनके चेहरे को देखने में चले गये।
पता नहीं चला था शाम का ना सुबह का ठिकाना रहा,
बस देखते रहे उनके चेहरे को वह भी क्या जमाना रहा ।
हम उनको कुछ और बना बैठे थे उन्होंने हमको यार बना लिया ,
क्या यह प्यार था पता नहीं चला उन्होंने हमें कुछ और बना लिया ।
याद उनकी आती रही वह भी दिल में यूं आते रहे ,
बचपन से लेकर आज तक बस वही हमें जगाते रहे ।
उनके सपने आते थे मीठे पानी की नदी की तरह ,
आंख खुलते ही मिल जाया करते थे खारे पानी के सागर में डेल्टा की तरह ।
क्या था उनकी यादों का वह जल,
अमृत हमें लगता था।
उनकी यादों के साथ अब जीना है ,
क्या पता वह आएंगे या नहीं बस एक बार जिंदगी में उनसे मिलना है।
Share:

#yuvasoch

Hello आज हमारे देश के युवाओ की सोच ही अच्छी नही है. दोस्तों यह एक सच्ची घटना है. आज दिल में इतना दर्द हो रहा है.की उसे शब्दों में बयां नही कर सकता हूँ. मेरा एक दोस्त है उसकी शादी हो चुकी है. वह बोला भाई मैंने एक लड़की को आज प्रपोज किया है. मैंने उसे समझाया की भाई तेरी तो शादी हो चुकी है. तो फिर यह तो गलत है. हाँ लेकिन बस मज्जे के लिए – वह बोला. मै बोला भाई जो लड़की बिना सोचे समझे तेरे साथ अपनी पूरी लाइफ गुजरना चाहती है तू उसे धोका दे रहा है. वह बोला भाई जिस लड़की को मैंने प्रपोज़ किया उसने सामने से मुझसे दोस्ती की है. मै बोला भाई उसने तेरे से दोस्ती की हे और वह कुछ और समझ रही है तो तुम उसे बोल दो की मेरी शादी हो चुकी है. वह बोला यार वह खुद सामने से आ रही है. तो मै उसे मना नही कर सकता. वो बोला नही. मै बोला भाई अपनी सोच को बदल दे. वह बोला भाई मेरी तो यही सोच है.
हमारा देश क्या आगे बढेगा जब हमारी सोच ही ऐसी है. जब दिल्ली में निर्भया कांड होता है तो देश का हर एक व्यक्ति उस कांड को करने वाले को फांसी के बारे में बोलता है. क्या हमने कभी सोचा की उन्होंने ऐसा क्यों किया वो भी तो युवा ही थे. निर्भया कांड होने पर हम सड़को पर निकल जाते है की यह सही नही है.क्यों? जब हमारे देश के युवाओ की सोच ही मज्जे वाली है.
अरे जब युवाओ की सोच बदलती है तो पुरे देश की सोच बदल जाती है. क्योकि इस देश का युवा कुछ भी कर सकता है. एक बार यह सोच कर तो देखो की यह सही हे या नही. मै अभी 18 वर्ष का हूँ. मुझे लाइफ का उतना तजुर्बा नही है. लेकिन मै यह बता सकता हु की जो हम सोचते है वह कर सकते है. और परिणाम आपके सामने ही है. आये दिन न्यूज़ पेपर, टी.वी. में देखते है. की आज वहा कांड हो गया. क्यों
अरे हम युवा है हम अपनी सोच कब बदलेंग कब ? जब बात हम पर बीतेगी तब. सोच बदलो भाई हम युवा है हम कुछ भी कर सकते है.
                                                                                                                                                                                                  रामकंवार पारासरिया

                                                                                                                          8696170664
Share:
loading...
Copyright © Ramkanwar Parasriya | Powered by Blogger Design by Ramkanwar Parasriya